- यह गोंड़ों की उपजाति है|
- यह सर्प के वंशज माने जाते हैं|
- इस समहू के लोग सदरी बोली बोलते हैं|
- राज्य के धरमजयगढ़, लैलूंगा, पत्थरगाँव क्षेत्रों में निवास करते हैं|
- यह तेनहा, धुरिया तथा सेंदुरिया तीन अंतर्विवाही समूह में बंटे है|
- बोंगावाद, टोटम तथा टेबू का प्रचलन है|
- इनके कार्यों में नाग पकड़ना शामिल है|
Comments
Post a Comment