छेरछेरा लोकपर्व

छत्तीसगढ़ का यह पर्व फसल काटने के बाद मनाया जाता है| यह पूर्व बस्तर सहित छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के अन्य हिस्सों में भी मनाया जाता है| यह छत्तीसगढ़ में पूस माह में प्रारंभ होता है| छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक इस पर्व को विशेष रूप से उन्मुक्त होकर मनाते हैं| नाचने-गाने वालों को प्रत्येक घर से प्रसन्नतापूर्वक धान, चावल,या नगद राशि प्राप्त होती है| जिसके बाद वनभोज के लिए जाते हैं| इस पर्व में नर्तक को नकटा और नर्तकी को नकटी कहा जाता है|


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