मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 (अनुच्छेद 3) के तहत भारत के ह्रदय प्रदेश मध्य प्रदेश से पृथक होकर छत्तीसगढ़ राज्य 1 नवंबर 2000 को अपने अस्तित्व में आया| छत्तीसगढ़ राज्य 31 अक्टूबर के मध्य रात्रि से भारतीय संघ के 26वां राज्य बना| राज्य गठन के इस कड़ी में 9 नवम्बर 2000 को उत्तराखंड(27वां) और 15 नवम्बर 2000 को झारखंड(28वां) का भी गठन हुआ था|
छत्तीसगढ़ गठन के पूर्व यह अपने मातृ राज्य (मध्य प्रदेश) से सन 1956 से 2000 तक लगभग 44 वर्षों तक अंग रहा| छत्तीसगढ़ का निर्माण मध्यप्रदेश के 3 संभाग (रायपुर, बिलासपुर, बस्तर) के 16 जिलों, 96 तहसीलों और 146 विकासखंडो से किया गया था| प्रदेश की राजधानी रायपुर को बनाया गया था और बिलासपुर में उच्च न्यायालय की स्थापना की गई थी| छत्तीसगढ़ राज्य अपने अस्तित्व में आने के बाद राज्य के मानचित्र को देखने से समुद्री घोड़े या हिप्पोकेंपस की आकृति की भांति दिखाई देती है| छत्तीसगढ़ राज्य क्षेत्रफल के आधार पर देश का 10वां बड़ा राज्य है|
राज्य निर्माण संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- सन 1905 में सरगुजा, उदयपुर, जशपुर, कोरिया एवं चांगभखार रियासतों को छत्तीसगढ़ में मिलाने के बाद इसी वर्ष छतीसगढ़ का प्रथम बार मानचित्र बनाया गया|
- 1918 में पं. सुंदरलाल शर्मा ने सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ को परिभाषित किया था| इसलिए इन्हें छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण का प्रथम स्वप्नदृष्टा एवं संकल्पनाकार कहा जाता है|
- सन 1924 में रायपुर जिला परिषद् की बैठक में पृथक छत्तीसगढ़ राज्य का प्रस्ताव लाया गया था|
- सन 1939 में कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन में पं. सुंदरलाल शर्मा ने पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की मांग की थी|
- सन 1946 में ठाकुर प्यारेलाल द्वार पृथक छत्तीसगढ़ मांग के लिए छत्तीसगढ़ शोषण विरोध मंच का गठन किया गया था, जो छत्तीसगढ़ निर्माण हेतु प्रथम संगठन था|
- सन 1953 राज्य पुनर्गठन आयोग के समक्ष फजल अली की अध्यक्षता में पृथक राज्य की मांग की गई थी|
- सन 1955 में ठाकुर रामकृष्ण सिंह(विधायक, रायपुर) ने मध्य प्रांत के विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ की मांग रखी थी, जो प्रथम विधायी प्रयास था|
- सन 1956 में डॉ. खूबचंद बघेल की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ महासभा का गठन किया था|
- सन 1956 में मध्य प्रान्त से मध्यप्रदेश राज्य का गठन हुआ था| इसी समय छत्तीसगढ़ को मध्यप्रदेश में शामिल किया था|
- सन 1967 डॉ. खूबचंद भघेल ने बैरिस्टर छेदीलाल की सहायता से राजनांदगांव में पृथक छत्तीसगढ़ हेतु छत्तीसगढ़ भातृत्व संघ का गठन किया था|
- सन 1976 में पृथक छत्तीसगढ़ हेतु शंकर गुहा नियोगी ने छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा का गठन किया था|
- सन 1983 में शंकर गुहा नियोगी द्वार छत्तीसगढ़ संग्राम मंच और पवन दीवान द्वार पृथक छत्तीसगढ़ पार्टी का गठन किया गया था|
- सन 1994 में विधायक रवीन्द्र चौबे द्वार मध्यप्रदेश विधानसभा में छत्तीसगढ़ निर्माण संबंधित शासकीय संकप्ल प्रस्तुत किया था, जो सर्वसम्मति से पारित हुआ था|
- 1 मई 1998 को मध्यप्रदेश विधानसभा में छत्तीसगढ़ निर्माण के लिए शासकीय संकल्प पारित किया था|
- 25 जुलाई 2000 को लालकृष्ण आडवाणी जी द्वारा लोकसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया था|
- 31 जुलाई 2000 को पृथक छत्तीसगढ़ के लिए विधेयक लोकसभा में पारित किया गया था|
- 3 अगस्त 2000 को राज्यसभा में विधेयक प्रस्तुत किया गया था|
- 9 अगस्त 2000 को राज्यसभा में विधेयक पारित किया गया था|
- 25 अगस्त 2000 को छत्तीसगढ़ विधेयक को तत्कालीन राष्ट्रपति के.आर. नारायण ने मध्यप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को अनुमोदित किया था|
- 1 नवंबर 2000 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 3 के तहत छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी और देश के 26वां राज्य के रूप में अस्तित्व में आया|
भारत सरकार के राजपत्र संख्या 28 के अधिनियम के तहत छत्तीसगढ़ अधिसूचित है
Thanks for giving complete information about CG in one place
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